नई दिल्ली। दक्षिणपुरी के एक नम्बर ब्लॉक स्थित दीप स्वीट्स के मालिक बिरेन्द्र कुमार उर्फ बिन्दु के द्वारा सनसनी इन्वेस्टीगेटर के सम्पादक को अखबार का दफ्तर खाली करने तथा पैसों का प्रलोभन दिये जाने तथा दीप स्वीट्स के बारे में किसी तरह की खबर का प्रकाशन नहीं किये जाने की धमकी दिये जाने के बाद अखबार ने पिछले अंक में इस बारे में खबर का प्रकाशन किया था। अखबार में खबर के प्रकाशन को रोकने तथा इनके बारे में किसी तरह की खबर प्रकाशित नहीं किये जाने को लेकर अखबार के सम्पादक को स्थानीय लोगों से जानकारी मिली थी कि इन्होंने इसके लिए स्थानीय बदमाशों सलमान से सांठगांठ कर अखबार को धमकी दिलवाने का कार्य किया था। मार्केट के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार बिरेन्द्र कुमार का भाई नरेन्द्र कुमार उर्फ पिन्नी है जिसकी जान पहचान क्षेत्र की असामाजिक तत्वों एवं बदमाश प्रवृत्ति के लोगों से है। इन्होंने अखबार के सम्पादक को धमकी दिलाने तथा भयभीत करने के इरादे से मार्केट के अन्य दुकानदार को क्षेत्र के बदमाश प्रवृत्ति के लोगों से फोन करवाया था। हालांकि ये बातें पिछले अंक के प्रकाशन से पहले ही हुई थी। अखबार ने बिरेन्द्र कुमार के द्वारा दी गई धमकी के बारे में खबर को प्रकाशित भी किया था। खबर के प्रकाशन के बाद से इनकी बौखलाहट और अधिक बढ़ गई है। स्थानीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि इन्होंने अखबार के सम्पादक पंकज चौहान जिन्होंने बिरेन्द्र कुमार के खिलाफ डॉ. अम्बेडकर नगर थाने में दफ्तर खाली करने तथा पैसे का प्रलोभन दिये जाने को लेकर शिकायत भी दर्ज करवायी है, वहीं अखबार के उपसम्पादक संतोष झा जिन्होंने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में दीप स्वीट्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा रखी है, इन दोनों के खिलाफ गंभीर साजिश रच रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिरेन्द्र कुमार भाई नरेन्द्र कुमार जो क्षेत्र के बदमाश प्रवृत्ति के लोगों को अखबार के खिलाफ भड़काने का कार्य कर रहा है इसके लिए वह इन बदमाशों को पैसों की लालच दे रहा है। इससे अखबार के सम्पादक तथा उपसम्पादक पर कभी भी जानलेवा हमला सकते हैं या कोई वारदात हो सकती अगर ऐसा होता है तो इसके लिए दीप स्वीट्स के मालिक बिरेन्द्र कुमार तथा उसका भाई नरेन्द्र कुमार जिम्मेदार होगाअखबार जन शिकायतों तथा साक्ष्यों के आधार पर ही खबरों का प्रकाशन करता । तथा क्षेत्र में हो रही गलत गतिविधियों प्रशासन को अवगत कराने का कार्य करता है। अगर किसी को खबरों के प्रकाशन कोई परेशानी हो रही है तब उसकी कारस्तानी को आसानी से समझा जा सकता । आखिर क्या वजह है जो इन्हें खबरों के प्रकाशन को लेकर आपत्ति हो रही है? क्या अवैध कारनामें में लगे हुए हैं? जिससे इन्हें अखबार से खतरा महसूस हो रहा है? अखबार को भयभीत करने तथा धमकी देने के लिए असामाजिक तत्वों का सहारा रहे हैं?
हो रहे हैं दीप स्वीट्स हाउस के मालिक अखबार के प्रकाशन से क्यों परेशान