नई दिल्ली। नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर कांग्रेस और बीजेपी कालेधन मुद्दे पर आमने-सामने है। नोटबंदी को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आठ नवंबर, 2016 को उठाया गया कदम आजाद भारत सबसे बड़ा घोटाला है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर कड़ा प्रहार किया है और ट्विटर के जरिए एक के बाद एक दस सवाल पूछे ।
अपने पहले सवाल में बीजेपी ने पूछा कि जब सरकार भ्रष्ट्रचार को लेकर कोई भी कदम उठाती है तो कांग्रेस उसके विपक्ष में आंदोलन क्यों करती है. कांग्रेस पार्टी सरकार के ऐसे कदमों से क्यों डरती ?
दूसरा सवालः बीजेपी ने पूछा है कि आखिर ऐसा क्यों है कि जहां काला धन है वहां कांग्रेस है?
तीसरा सवालः बीजेपी ने पूछा है कि आखिर ये कैसी राजनीति है कि जहां विकास की बात होती है कांग्रेस उसके विपक्ष में खड़ा हो जाती है?
चौथा सवालः पी चिदंबरम का नाम लिए बिना पूछा गया है कि आखिर क्यों कांग्रेस की सरकार के वित्त मंत्री जांच एजेंसी के रडार पर हैं? वह किस मुंह से देश की नीतियों पर बात करते हैं?
पांचवां सवालः कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने संसद में नोटबंदी का विरोध किया जबकि पिछले दो साल में आयकर भरने वालों की संख्या बढ़ी. आखिर उन्होंने नोटबंदी का विरोध किया था?
छठा सवालः नोटबंदी के कारण गरीब और मिडिल क्लास लोगों को काफी फायदा पहुंचा तो आखिर कांग्रेस को दिक्कत क्यों रही है?
सातवां सवालः नोटबंदी के बाद श्इज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की स्थिति अच्छी हुई है तो आखिर कांग्रेस क्यों नाखुश है. भारत की अर्थव्यवस्था की पहचान विदेशों में भी होने लगी है. ऐसे में कांग्रेस को क्या दिक्कत है?
आठवां सवालः आखिर क्यों जब दुनिया भारत की स्थिति मजबूत होती है तो कांग्रेस लोगों के बीच भ्रम फैलाने में जुट जाती है. देश को बदनाम करने में जुट जाती है.
नौवां सवालः कर चोरी, रेड राज, मनमानी नीतियों के अलावे यूपीए की सरकार में कांग्रेस ने छोटे व्यवसाय पर ध् यान नहीं देती थी आखिर कांग्रेस ने क्यों इसके लिए काम नहीं किया?
दसवां सवालः क्या यूपीए की सरकार एक भी ऐसे कदम उठाए जिससे की देश में भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगाया जा सके